India-UK Free Trade Agreement (FTA): भारत को मिलेगा बड़ा फायदा

India-UK Free Trade Agreement (FTA): भारत और ब्रिटेन के बीच हुआ ऐतिहासिक व्यापार समझौता, लग्जरी कारों से लेकर भारतीय कंपनियों को मिलेगा बड़ा फायदा

भारत और यूनाइटेड किंगडम (UK) के 26 May 2025 को हुए India-UK Free Trade Agreement (FTA) ने व्यापार की दुनिया में हड़कंप मचा दी है। इस समझौते के तहत दोनों देशों ने एक-दूसरे के व्यापारिक उत्पादों पर लगने वाले भारी-भरकम शुल्कों को कम करने का फैसला किया है। इससे न केवल भारत में ब्रिटेन की लग्जरी कारें जैसे Bentley, Range Rover और Rolls-Royce सस्ती होंगी, साथ ही भारतीय कंपनियों को ब्रिटेन और यूरोप के बाजार में प्रवेश करना आसान होगा।

Indian and UK flags with a handshake symbolizing the India-UK Free Trade Agreement (FTA) for economic collaboration.

क्या है India-UK Free Trade Agreement (FTA)?

Free Trade Agreement (FTA) यानी मुक्त व्यापार समझौता एक ऐसा समझौता होता है, जिसमें दो देश आपसी सहमति से एक-दूसरे से आयात और निर्यात होने वाले उत्पादों पर लगने वाले शुल्क (टैक्स) को कम या पूरी तरह खत्म कर देते हैं। इसका उद्देश्य द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ावा देना और निवेश के नए अवसर पैदा करना होता है।

India-UK Free Trade Agreement (FTA) के तहत, दोनों देशों ने यह तय किया है कि वे 99% उत्पादों पर लगने वाले टैरिफ को या तो पूरी तरह समाप्त करेंगे या काफी हद तक कम करेंगे। इसका सीधा असर उन कंपनियों और उपभोक्ताओं पर पड़ेगा जो इन दोनों देशों से जुड़े व्यापार में शामिल हैं।

ब्रिटिश लग्जरी कारें अब भारत में सस्ती होंगी

अगर आप Rolls-Royce, Bentley या Range Rover जैसी ब्रिटिश लग्जरी गाड़ियों के दीवाने हैं, तो आपके लिए यह बड़ी खुशखबरी है। इस समझौते के तहत, इन वाहनों पर अब 100% से ज्यादा लगने वाला इंपोर्ट ड्यूटी घटाकर महज 10% कर दिया गया है। यानी भारत में ये कारें अब काफी कम कीमत पर मिल सकेंगी।

अब तक भारत में इन लग्जरी कारों की कीमत इसलिए काफी ज्यादा होती थी क्योंकि सरकार उन पर भारी टैक्स लगाती थी। लेकिन अब India-UK Free Trade Agreement (FTA) के बाद, ये कारें आम लोगों की पहुंच में आ सकती हैं – खासकर उन लोगों के लिए जो लग्जरी सेगमेंट को टारगेट करते हैं।

Luxury cars Rolls-Royce and Range Rover in India, made affordable by India-UK Free Trade Agreement (FTA).


भारतीय ऑटो कंपनियों को मिलेगा यूरोपीय बाजार में प्रवेश का मौका

इस समझौते से भारतीय ऑटोमोबाइल कंपनियों जैसे TVS, Mahindra & Mahindra और Tata Motors को बड़ा फायदा मिलेगा। Mahindra पहले ही अपने इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए यूरोपीय बाजार को टारगेट कर रहा था। अब FTA के तहत उसे UK में अपने XEV 9e और BE 6 जैसे EV मॉडल्स को Lunch करने में आसानी होगी।

TVS मोटर कंपनी, जिसने ब्रिटेन की प्रतिष्ठित ब्रांड Norton Motorcycles को खरीदा है, अब इस ब्रांड को भारत में लॉन्च करने जा रही है। TVS के प्रबंध निदेशक सुधर्शन वेणु ने कहा, “यह समझौता हमारे जैसे भारतीय ब्रांड्स के लिए वैश्विक स्तर पर विस्तार का सुनहरा अवसर है।"

ऑटो पार्ट्स इंडस्ट्री को भी मिलेगा फायदा

FTA का एक और महत्वपूर्ण पहलू यह है कि इससे भारत की ऑटो कंपोनेंट मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री को भी लाभ मिलेगा। EY इंडिया के ऑटो टैक्स विशेषज्ञ सौरभ अग्रवाल के अनुसार, “यह समझौता भारतीय ऑटो पार्ट्स निर्माताओं को ब्रिटेन में निर्यात बढ़ाने का मौका देगा। साथ ही भारतीय उपभोक्ताओं को विश्वस्तरीय प्रोडक्ट्स किफायती कीमतों पर मिलेंगे।”

ब्रिटेन की मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री को भी मिलेगा बड़ा बाजार

इस FTA से न केवल भारत को लाभ होगा, बल्कि ब्रिटेन की कंपनियों को भी तेजी से बढ़ते भारतीय बाजार तक पहुंच मिलेगी। ब्रिटेन के डिपार्टमेंट फॉर बिजनेस एंड ट्रेड के मुताबिक, यह समझौता ब्रिटिश कंपनियों को "फर्स्ट मूवर एडवांटेज" देगा। भारत जल्द ही विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर बढ़ रहा है, जिससे ब्रिटिश कंपनियों को नए ग्राहक और बिजनेस मौके मिलेंगे।

FTA से किन अन्य सेक्टरों को मिलेगा लाभ?

India-UK Free Trade Agreement (FTA) का फायदा अन्य कई सारे छेत्रो को भी मिलेगा, हालांकि अधिकांश चर्चा ऑटो सेक्टर की हो रही है:

  • इलेक्ट्रिकल मशीनरी: ब्रिटेन से इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों का आयात सस्ता होगा।
  • दवा उद्योग: भारत की दवा कंपनियां यूके में अपनी मौजूदगी बढ़ा सकती हैं।
  • टेक्नोलॉजी और स्टार्टअप्स: दोनों देशों के स्टार्टअप और टेक कंपनियों के लिए निवेश और साझेदारी के नए अवसर खुलेंगे।
  • शिक्षा और स्किल डेवेलपमेंट: भारतीय छात्रों के लिए ब्रिटेन में पढ़ाई करना सस्ता और आसान हो सकता है।

FTA से उपभोक्ताओं को क्या फायदा मिलेगा?

भारतीय उपभोक्ताओं के लिए यह समझौता कई मायनों में फायदेमंद है:

  • ब्रिटिश लग्जरी प्रोडक्ट्स अब कम कीमत पर उपलब्ध होंगे।
  • भारतीय मार्केट में विदेशी कंपनियों की एंट्री से प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी, जिससे घरेलू कंपनियों को भी प्रोडक्ट क्वालिटी सुधारनी होगी।
  • फैशन, किचन अप्लायंसेस, गाड़ियाँ और हेल्थकेयर जैसे क्षेत्रों में बेहतर विकल्प मिलेंगे।

क्या भारतीय निर्माता प्रभावित होंगे?

FTA से विदेशी कंपनियों की एंट्री आसान होगी, जिससे शुरुआती तौर पर कुछ भारतीय कंपनियों को प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ सकता है। हालांकि, लंबे समय में यह उन्हें अपनी गुणवत्ता और नवाचार बढ़ाने के लिए प्रेरित करेगा। यह समझौता एक "लेवल प्लेइंग फील्ड" प्रदान करता है, जिसमें सभी को बराबरी से अवसर मिलता है।

आगे का रास्ता: क्या और FTA हो सकते हैं?

भारत पहले ही ऑस्ट्रेलिया, जापान और UAE जैसे देशों के साथ व्यापार समझौते कर चुका है। India-UK Free Trade Agreement (FTA) इन समझौतों की एक बड़ी कड़ी बन गया है। सरकार का लक्ष्य आने वाले समय में और भी देशों के साथ FTA करना है, जिससे भारत का वैश्विक व्यापार और निवेश और मजबूत हो सके।

निष्कर्ष: भारत-UK FTA से बनेगा नया व्यापारिक युग

India-UK Free Trade Agreement (FTA) सिर्फ एक Bussines Agreemen नहीं है; India-UK के बीच एक नई आर्थिक साझेदारी की भी शुरुवात करता है। इससे व्यापार, निवेश, रोजगार और तकनीक का विस्तार होगा। यह "विकसित भारत" की दिशा में भारत को एक और कदम आगे ले जाएगा।

आने वाले महीनों में जैसे-जैसे इस समझौते के और पहलू सामने आएंगे, वैसे-वैसे भारत की आम जनता और उद्योगों को इसका असली लाभ महसूस होने लगेगा।

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